ज़िंदगी जीने को एक यहाँ ख्वाब मिलता हैज़िंदगी जीने को एक यहाँ ख्वाब मिलता हैयहाँ हर सवाल का झूठा जवाब मिलता है;किसे समझे अपना किसे पराया;यहाँ हर चेहरे पे एक नकाब मिलता है।
तंग आ चुके हैं कशमकश-ए-ज़िंदगी से हमतंग आ चुके हैं कशमकश-ए-ज़िंदगी से हमठुकरा न दें जहाँ को कहीं बे-दिली से हम
कुछ चंद लम्हें ज़िंदगी के ज़िंदगी को मायनों से भर देते हैंकुछ चंद लम्हें ज़िंदगी के ज़िंदगी को मायनों से भर देते हैंवरना ज़िंदगी तो अक्सर यूँ ही बेमानी सी गुज़र जाती है