मेरी तक़दीर में जलना है तो जल जाऊँगामेरी तक़दीर में जलना है तो जल जाऊँगातेरा वादा तो नहीं हूँ जो बदल जाऊँगामुझको समझाओ न मेरी जिंदगी के असूलएक दिन मैं खुद ही ठोकर खा के संभल जाऊँगा
लोगों से कह दो हमारी तक़दीर से जलना छोड़ देंलोगों से कह दो हमारी तक़दीर से जलना छोड़ देंहम घर से खुदा की दुआ लेकर निकलते हैंकोई न दे हमें खुश रहने की दुआ तो भी कोई बात नहींवैसे भी हमें खुशियां रास नहीं अक्सर इस वजह से लोग छूट जाते हैं
उनकी याद में जलना अजीब लगता हैउनकी याद में जलना अजीब लगता है;धीरे-धीरे से पिघलना अजीब लगता है;सारी दुनियाँ के बदलने से हमे फर्क नहीं पड़ताबस कुछ अपनों का बदलना अजीब लगता है