चूम कर कफ़न मेँ लिपटे मेरे चेहरे कोचूम कर कफ़न मेँ लिपटे मेरे चेहरे कोउसने तड़प के कहा नये कपड़े क्या पहन लिएमेरी तरफ देखते भी नही
तुम्हारे चाँद से चेहरे पे ग़म अच्छे नहीं लगतेतुम्हारे चाँद से चेहरे पे ग़म अच्छे नहीं लगतेहमें कह दो चले जाओ जो हम अच्छे नहीं लगतेहमें वो ज़ख्म दो जाना जो सारी उम्र ना भर पायेंजो जल्दी भर के मिट जाएं वो ज़ख्म अच्छे नहीं लगते
लहजे में बदजुबानीलहजे में बदजुबानी, चेहरे पे नक़ाब लिए फिरते हैंजिनके ख़ुद के बही-खाते बिगड़े हैं, वो मेरा हिसाब लिए फिरते है
कितने चेहरे हैं इस दुनिया मेंकितने चेहरे हैं इस दुनिया मेंमगर हमको एक चेहरा ही नाज़ार आता हैदुनिया को हम क्या देखेंउसकी यादों में सारा वक़्त गुजर जाता है
कुछ चेहरे भुलाए नहीं जातेकुछ चेहरे भुलाए नहीं जातेकुछ नाम दिल से मिटाए नहीं जातेमुलाक़ात हो न हो, अय मेरे यारप्यार के चिराग कभी बुझाए नहीं जाते