कभी तो सोच लो कि यह तुम्हें पर हम फिदा भी हैकभी तो सोच लो कि यह तुम्हें पर हम फिदा भी हतुम्ही को चाहते हैं पर तुम ही से हम जुदा भी ह
हमारे लिए उनके दिल में चाहत ना थी हमारे लिए उनके दिल में चाहत ना थी किसी ख़ुशी में कोई दावत ना थी हमने दिल उनके कदमों में रख दिया पर उन्हें ज़मीन देखने की आदत ना थी
चाहत देस से आनेवाले ये तो बता के सनम कैसे हैं चाहत देस से आनेवाले यतो बता के सनम कैसे हैं ..दिलवालों की क्या हालत हैंयार के मौसम कैसे हैं ..
ना मुस्कुराने को जी चाहता हैना मुस्कुराने को जी चाहता हैना आंसू बहाने को जी चाहता हैलिखूं तो क्या लिखूं तेरी याद मेंबस तेरे पास लौट आने को जी चाहता है