आपके दीदार को निकल आये हैं तारेआपके दीदार को निकल आये हैं तारेआपकी खुशबु से छा गई हैं बहारेंआपके साथ दिखते हैं कुछ ऐसे नज़ारेकि चुप-चुप के चाँद भी बस आप ही को निहारे
फलक से चाँद उतारा गयाफलक से चाँद उतारा गयामेरी आस का एक सहारा गयामैं दो बूँद पानी तरसती रहीमेरे होंठों से ज़हर गुज़ारा गया
ऐ चाँद जाऐ चाँद जा, क्यों आया है अब मेरी चौखट परछोड़ गया है वो शख्स, जिसकी याद में तुम्हें देखा करते थे
वो चाँद है मगर आप से प्यारा तो नहींवो चाँद है मगर आप से प्यारा तो नहींपरवाने का शमा के बिन गुजारा तो नहींमेरे दिल ने सुनी है एक मीठी सी आवाज़कहीं आपने मुझे पुकारा तो नहीं
रात होगी तो चाँद दुहाई देगारात होगी तो चाँद दुहाई देगाख्वाबों में आपको वह चेहरा दिखाई देगाये मोहब्बत है, ज़रा सोचकर करनाएक आंसू भी गिरा तो सुनाई देगा
रात होगी तो चाँद दुहाई देगारात होगी तो चाँद दुहाई देगाख्वाबों में आपको वह चेहरा दिखाई देगाये मोहब्बत है ज़रा सोच कर करनाएक आंसू भी गिरा तो सुनाई देगा