कभी भी 'कामयाबी' को दिमाग और 'नकामी' को दिल में जगह नहीं देनी चाहिए। क्योंकिकभी भी 'कामयाबी' को दिमाग और 'नकामी' को दिल में जगह नहीं देनी चाहिएक्योंकि, कामयाबी दिमाग में घमंड और नकामी दिल में मायूसी पैदा करती है