गुलशन है अगरगुलशन है अगगुलशन है अगर सफ़र जिंदगी कातो इसकी मंजिल समशान क्यों हैजब जुदाई है प्यार का मतलबतो फिर प्यार वाला हैरान क्यों हैअगर जीना ही है मरने के लिएतो जिंदगी ये वरदान क्यों हैजो कभी न मिले उससे ही लग जाता है दिलआखिर ये दिल इतना नादान क्यों है।
गुलों के साथ अजल केगुलों के साथ अजल के..गुलों के साथ अजल के पयाम भी आएबहार आई तो गुलशन में दाम भी आएहमीं न कर सके तज्दीद-ए-आरज़ू वरनाहज़ार बार किसी के पयाम भी आएचला न काम अगर चे ब-ज़ोम-ए-राह-बरीजनाब-ए-ख़िज़्र अलैहिस-सलाम भी आएजो तिश्ना-ए-काम-ए-अज़ल थे वो तिश्ना-काम रहेहज़ार दौर में मीना ओ जाम भी आएबड़े बड़ों के क़दम डगमगा गए 'ताबाँ'रह-ए-हयात में ऐसे मक़ाम भी आए
हमें भी याद रखें जब लिखें तारीख गुलशन कीहमें भी याद रखें जब लिखें तारीख गुलशन कीकि हमने भी लुटाया है चमन में आशियां अपना
हमें भी याद रखें जब लिखें तारीख गुलशन कीहमें भी याद रखें जब लिखें तारीख गुलशन कीकि हमने भी लुटाया है चमन में आशियां अपना
आपके बिन टूटकर बिखर जायेंगेआपके बिन टूटकर बिखर जायेंगेमिल जायेंगे आप तो गुलशन की तरह हम खिल जायेंगेअगर न मिले आप तो जीते जी मर जायेंगेपा लिया जो आपको तो मर कर भी जी जायेंगे
सफर वहीं तक है जहाँ तक तुम होसफर वहीं तक है जहाँ तक तुम होनजर वहीं तक है जहाँ तक तुम होहजारों फूल देखे हैं इस गुलशन में मगरखुशबू वहीं तक है जहाँ तक तुम हो