मोहब्बत वो हसीं गुनाह है जो हर इंसान ख़ुशी ख़ुशी करता हैमोहब्बत वो हसीं गुनाह है जो हर इंसान ख़ुशी ख़ुशी करता हैमोहब्बत में इंतज़ार वो सज़ा है जो वही सहता है जो सच्ची मोहब्बत करता है
हसीनों ने हसीन बन कर गुनाह कियाहसीनों ने हसीन बन कर गुनाह कियाऔरों को तो क्या हमको भी तबाह कियापेश किया जब ग़ज़लों में हमने उनकी बेवफाई कोऔरों ने तो क्या उन्होंने भी वाह - वाह किया
अगर इश्क़ गुनाह है गुनाहगार है खुदाअगर इश्क़ गुनाह है गुनाहगार है खुदाजिसने बनाया दिल किसी पर आने के लिए