तुम खफा हो गए तो कोई ख़ुशी न रहेगी!तुम खफा हो गए तो कोई ख़ुशी न रहेगीतेरे बिना चिरागों में रोशनी न रहेगीक्या कहे क्या गुजरेगी दिल परजिंदा तो रहेंगे पर ज़िन्दगी न रहेगी
बिना गम के ख़ुशी का पता कैसे चलेगाबिना गम के ख़ुशी का पता कैसे चलेगाबिना रोंए हुए, हंसी का मज़ा कैसे मिलेगाजो उसे करता हैं, उसे वही जानता हैअगर हम जान गए तो, उसे खुदा कौन कहेगा