एक वफ़ा को पाने की कोशिश मेंएक वफ़ा को पाने की कोशिश मेंज़ख़्मी होती हैं वफ़ाएं कितनीकितना मासूम सा लगता है लफ्ज़ मोहब्बत काऔर इस लफ्ज़ से मिलती हैं सजाएं कितनी
एक वफ़ा को पाने की कोशिश मेंएक वफ़ा को पाने की कोशिश मेंज़ख़्मी होती हैं वफ़ाएं कितनीकितना मासूम सा लगता है लफ्ज़ मोहब्बतऔर इस लफ्ज़ से मिलती हैं सज़ाएं कितनी
बड़ी कोशिश के बाद उन्हें भूला दिया!बड़ी कोशिश के बाद उन्हें भूला दियाउनकी यादों को दिल से मिटा दियाएक दिन फिर उनका पैगाम आया लिखा था मुझे भूल जाओऔर मुझे भूला हुआ हर लम्हा याद दिला दिया
करिये तो कोशिश हमको याद करने कीकरिये तो कोशिश हमको याद करने कीफुर्सत के लम्हे तो अपने आप मिल जायेंगेदिल में अगर है चाहत हमसे मिलने कीबहाने मिलने के खुद-ब-खुद बन जायेंगे
कोशिश करो की कोई हम से न रूठे!कोशिश करो की कोई हम से न रूठेजिन्दगी में अपनों का साथ न छूटेरिश्ते कोई भी हो उसे ऐसे निभाओकि उस रिश्ते की डोर ज़िन्दगी भर न छूटे