दिल की हालत बताई नहीं जातीदिल की हालत बताई नहीं जातीहमसे उनकी चाहत छुपाई नहीं जातीबस एक याद बची है उनके चले जाने के बादहमसे तो वो याद भी दिल से निकाली नहीं जाती
जिस तरह रगों में खून रहता हैजिस तरह रगों में खून रहता हैइस तरह तेरी चाहत का जुनून रहता हैज़िंदगी की हर ख़ुशी मंसूब है तुमसेबात हो तुमसे तो दिल को सुकून रहता है
चाहत के ये कैसे अफ़साने हुएचाहत के ये कैसे अफ़साने हुएखुद नज़रों में अपनी बेगाने हुएअब दुनिया की नहीं कोई परवाह हमेंइश्क़ में तेरे इस कदर दीवाने हुए
आँखों में चाहत दिल में कशिश हैआँखों में चाहत दिल में कशिश हैफिर क्यों ना जाने मुलाकात में बंदिश हैमोहब्बत है हम दोनों को एक-दूसरे सेफिर भी दिलों में ना जाने यह रंजिश क्यों है
फ़िज़ा में महकती शाम हो तुमफ़िज़ा में महकती शाम हो तुमप्यार में झलकता जाम हो तुमसीने में छुपाये फिरते हैं चाहत तुम्हारीतभी तो मेरी ज़िंदगी का दूसरा नाम हो तुम
सिर्फ नज़र से जलाते हो आग चाहत कीसिर्फ नज़र से जलाते हो आग चाहत कीजलाकर क्यों बुझाते हो आग चाहत कीसर्द रातों में भी तपन का एहसास रहेहवा देकर बढ़ाते हो आग चाहत की।