निकलता नहीं है कोई दिल में बस जाने के बादनिकलता नहीं है कोई दिल में बस जाने के बाददिल दुखता है बिछड़ जाने के बादपास जो होता है तो क़दर नहीं होती उसकीमहसूस होती है कमी उनके दूर जाने के बाद
अर्ज़ किया है:अर्ज़ किया हैवो कहती अपने भाइयों से, मेरे आशिक़ को यूँ ना पीटोज़रा गौर फरमाइयेवो कहती अपने भाइयों से, मेरे आशिक़ को यूँ ना पीटोबड़ा ज़िद्दी है ये कमीना, पहले कुत्ते की तरह घसीटो