मैं अल्फाज़ हूँ तेरी हर बात समझता हूँमैं अल्फाज़ हूँ तेरी हर बात समझता हूँ;मैं एहसास हूँ तेरे जज़्बात समझता हूँ;कब पूछा मैंने कि क्यूँ दूर हो मुझसे;मैं दिल रखता हूँ तेरे हालात समझता हूँ
मैंने अपने आप को हमेशा बादशाह समझामैंने अपने आप को हमेशा बादशाह समझाएहसास तब हुआ जब तुझे माँगा फकीरों की तरह