इश्क की चोट का कुछ दिल पे असर हो तो सहीइश्क की चोट का कुछ दिल पे असर हो तो सहीदर्द कम हो कि ज्यादा हो, मगर हो तो सही
गीली लकड़ी सा इश्क तुमने सुलगाया हैगीली लकड़ी सा इश्क तुमने सुलगाया हैन पूरा जल पाया कभी न ही बुझ पाया है