देख मेरी आँखों में ख्वाब किसके हैंदेख मेरी आँखों में ख्वाब किसके हैं,दिल में मेरे सुलगते तूफ़ान किसके हैं,नहीं गुज़रा कोई आज तक इस रास्ते से हो कर,फिर ये क़दमों के निशान किसके हैं
मैं फ़रमाईश हूँ उसकीमैं फ़रमाईश हूँ उसकी, वो इबादत है मेरीइतनी आसानी से कैसे निकाल दूँ उसे अपने दिल सेमैं ख्वाब हूँ उसका, वो हकीकत है मेरी
कुछ कह भी दो कुछ सुन भी लोकुछ कह भी दो कुछ सुन भी लोअधूरे लफ्ज़, अधूरे अफ़साने अक्सर कहानी बन जाया करते हैं