सपनों की दुनिया में हम खोते चले गएसपनों की दुनिया में हम खोते चले गएमदहोश न थे पर मदहोश होते चले गएना जाने क्या बात थी उस चेहरे मेंना चाहते हुए भी उसके होते चले गए
अजीब नशा है होशियार रहना चाहता हूँअजीब नशा है होशियार रहना चाहता हूँमैं उस के ख़्वाब में बेदार रहना चाहता हूँये मौज-ए-ताज़ा मेरी तिश्नगी का वहम सहीमैं इस सराब में सरशार रहना चाहता हूँ
एक अजीब सी चुभन है आज दिल में कहींएक अजीब सी चुभन है आज दिल में कहींकुछ टूट के बिखर गया है जर्रे जर्रे सामत खाओ कसमें सारी ज़िन्दगी साथ निभाने कीहमने सांसो को भी जुदा होते देखा है
हंसने के बाद क्यों रुलाती है दुनियाहंसने के बाद क्यों रुलाती है दुनियाजाने के बाद क्यों भुलाती है दुनियाजिंदगी में क्या कोई कसर बाकी हैजो मर जाने के बाद भी जलाती है दुनिया
तेरे आज़ाद बन्दों की ना ये दुनिया ना वो दुनियातेरे आज़ाद बन्दों की ना ये दुनिया ना वो दुनियायहाँ मरने की पाबंदी, वहां जीने की पाबंदी!
मुस्कुराते रहोगे तो दुनिया आपके क़दमों में होगीमुस्कुराते रहोगे तो दुनिया आपके क़दमों में होगीवरना आंसुओं को तो तो आँखें भी जगह नहीं देती