चरागों को आँखों में महफूज रखनाचरागों को आँखों में महफूज रखनाबड़ी दूर तक रात ही रात होगीमुसाफिर हो तुम भी, मुसाफिर हैं हम भीकिसी मोड़ पर, फिर मुलाकात होगी