बदल गया सारा जमाना पर तुम ना बदलेबदल गया सारा जमाना पर तुम ना बदले..कल भी दर्द देते थे और आज भी दर्द देते हो..।
ये शायरीयाँ कुछ और नहीं बेइंतहा इश्क हैये शायरीयाँ कुछ और नहीं बेइंतहा इश्क हैतड़प उनकी उठती है और दर्द लफ्जों में उतर आता है