तलाश कर मेरी कमी को अपने दिल में एक बारतलाश कर मेरी कमी को अपने दिल में एक बारदर्द हो तो समझ लेना मोहब्बत अभी बाकी है
हक़ीक़त हो तुम कैसे तुझे सपना कहूँहक़ीक़त हो तुम कैसे तुझे सपना कहूँतेरे हर दर्द को में अपना कहूँसब कुछ क़ुर्बान है मेरे प्यार परकौन है तेरे सिवा जिसे में अपना कहूँ
मत बनाओ मुझे फुर्सत के लम्हों का खिलोनामत बनाओ मुझे फुर्सत के लम्हों का खिलोनामैं भी इंसान हूँ, दर्द मुझे भी होता है
इशरत-ए-क़तरा है दरिया में फ़ना हो जानाइशरत-ए-क़तरा है दरिया में फ़ना हो जानादर्द का हद से गुज़रना है दवा हो जानाMeaningइशरत-ए-क़तरा = बूंद का सु
लुत्फ़-ए-कलाम क्या जो न हो दिल में दर्द-ए-इश्कलुत्फ़-ए-कलाम क्या जो न हो दिल में दर्द-ए-इश्कबिस्मिल नहीं है तू तो तड़पना भी छोड़ दे