मुझे मेरे मॉ-बाप ने एक ही बात सिखाई हैमुझे मेरे मॉ-बाप ने एक ही बात सिखाई हैबेटा कोई हाथ से छीन के लेकर जा सकता हैपर नसीब से नही
या हाथों हाथ लो मुझे मानिंद-ए-जाम-ए-मयया हाथों हाथ लो मुझे मानिंद-ए-जाम-ए-मयया थोड़ी दूर साथ चलो मैं नशे में हूँ
हाथ मिलाओ इस क़दर के दिल में हज़ारों मशालें जल जाएँहाथ मिलाओ इस क़दर के दिल में हज़ारों मशालें जल जाएँकिसी मुफ़लिस का घर तुम्हारे कर्मों रोशन हो जाए
ए काश वो किसी दिनए काश वो किसी दिए काश वो किसी दिन तनहाइयों में आयेंउनको ये राजे दिल हम महफ़िल में क्या बतायेंलगता है डर उन्हें तो हमराज़ लेके आयेंजो पूछना है पूछे, कहना है जो सुनाएँतौबा हमारी हम जो उन्हें हाथ भी लगाएँए काश वो किसी दिन तनहाइयों में आयेंउनको ये राजे दिल हम महफ़िल में क्या बतायेउन्हें इश्क ग़र ना होता पलके नही झुकातेगालों पे सोख बादल, जुल्फो के ना गिरतेकर दे ना क़त्ल हमको मासूम यह अदाएँए काश वो किसी दिन तनहाइयों में आयेंउनको ये राजे दिल हम महफ़िल में क्या बतायें
बेवक्त जाऊँगा तोबेवक्त जाऊँगा तो..बेवक्त जाऊँगा तो सब चौंक पडेंगेइक उम्र हुई दिन में कभी घर नहीं देखाजिस दिन से चला हूँ मेरी मंजिल पे नज़र हैआँखों ने अभी मील का पत्थर नहीं देखाये फूल कोई मुझको विरासत में मिले हैंतुमने मेरा काँटों भरा बिस्तर नहीं देखाखत ऐसा लिखा है के नगीने जड़े हैंवो हाथ के जिसने कभी ज़ेवर नहीं देखा