सब हसीं चेहरे धोखेबाज़ होते हैंसब हसीं चेहरे धोखेबाज़ होते हैंइस बात का हमें पहले इल्म ना थाअब हुआ इल्म तो रो-रो दिल कहेकिया पहले किसी ने ऐसा जुल्म ना था
सच कहते हैं लोगसच कहते हैं लोग, इश्क़ पर जोर नहींझुके जमाने के आगे, इश्क़ कमजोर नहींयूँ तो बसते हैं हसीं लाखों इस ज़मीं परमगर इस जहान में तुमसे बढ़कर और नहीं
तुझे पाने की इस लिए ज़िद्द नहीं करतेतुझे पाने की इस लिए ज़िद्द नहीं करतेक्योंकि तुझे खोने को दिल नहीं करतातू मिलता है तो इसलिए नहीं देखते तुझकोक्योंकि फिर इस हसीं चेहरे से नज़रें हटाने को दिल नहीं करता
हर हसीं काफिरां के माथे परहर हसीं काफिरां के माथे परअपनी रहमत का ताज रखता हैतू भी परवरदिगार मेरी तरहआशिकाना मिज़ाज रखता है