हंसने के बाद क्यों रुलाती है दुनियाहंसने के बाद क्यों रुलाती है दुनियाजाने के बाद क्यों भुलाती है दुनियाजिंदगी में क्या कोई कसर बाकी हैजो मर जाने के बाद भी जलाती है दुनिया