न वो सपना देखो जो टूट जायेन वो सपना देखो जो टूट जायेन वो हाथ थामो जो छूट जायेमत आने दो किसी को करीब इतनाकि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये
फिर से वो सपना सजाने चला हूँफिर से वो सपना सजाने चला हूँउमीदों के सहारे दिल लगाने चला हूँपता है कि अंजाम बुरा ही होगा मेराफिर भी किसी को अपना बनाने चला हूँ