कोई गिला कोई शिकवा न रहे आप सेकोई गिला कोई शिकवा न रहे आप सेये आरज़ू है इक सिलसिला बना रहे आप सेबस इक बात की उम्मीद है आप सेदिल से दूर न करना अगर दूर भी रहें आप से
इंतज़ार की आरज़ू अब खो गई हैइंतज़ार की आरज़ू अब खो गई हैखामोशियों की आदत हो गई हैना शिकवा रहा ना शिकायत किसी सेअगर है तो एक मोहब्बत, जो इन तन्हाईयों से हो गई है।
मिला वो भी नहीं करतेमिला वो भी नहीं करते, मिला हम भी नहीं करतेवफ़ा वो भी नहीं करते, वफ़ा हम भी नहीं करतेउन्हें रुस्वाई का दुःख, हमें तन्हाई का दर्दगिला वो भी नहीं करते शिकवा हम भी नहीं करते
अब ना कोई शिकवाअब ना कोई शिकवा, ना गिला, ना कोई मलाल रहासितम तेरे भी बे-हिसाब रहे, सब्र मेरा भी कमाल रहा
गिला शिकवा ही कर डालो कि कुछ वक्त कट जाएगिला शिकवा ही कर डालो कि कुछ वक्त कट जाएलबों पे आपके ये खामोशी अच्छी नहीं लगती
नींद से क्या शिकवा जो आती नहींनींद से क्या शिकवा जो आती नहीं,कसूर तो उस चेहरे का है जो सोने नहीं देता