अश्क आंखों मेंअश्क आंखों में..अश्क आँखों में कब नहीं आतालहू आता है जब नहीं आताहोश जाता नहीं रहा लेकिनजब वो आता है तब नहीं आतादिल से रुखसत हुई कोई ख्वाहिशगिरिया कुछ बे-सबब नहीं आताइश्क का हौसला है शर्त वरनाबात का किस को ढब नहीं आताजी में क्या-क्या है अपने ऐ हमदमहर सुखन ता बा-लब नहीं आता
मेरी आंखों के आंसू कह रहे हैं मुझसेमेरी आंखों के आंसू कह रहे हैं मुझसेअब दर्द इतना है कि सहा नहीं जातामत रोक पलको से खुल कर छलकने देअब यूं इन आँखों में थम कर रहा नहीं जाता
हक़ से दे तो "नफरत" भी सर आंखों पर।हक़ से दे तो "नफरत" भी सर आंखों परखैरात में तो तेरी "मोहब्बत" भी मंजूर नहीं।
चिरागों को आंखों में महफूज रखनाचिरागों को आंखों में महफूज रखनाबड़ी दूर तक रात ही रात होगीमुसाफिर हो तुम भी, मुसाफिर हैं हम भीकिसी मोड़ पर, फिर मुलाकात होगी