रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा हैरोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा हैये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा हैहँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसूये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है
मुद्दत से कोई शख्स रुलाने नहीं आयामुद्दत से कोई शख्स रुलाने नहीं आयाजलती हुई आँखों को बुझाने नहीं आयाजो कहता था कि रहेंगे उम्र भर साथ तेरेअब रूठे हैं तो कोई मनाने नहीं आया