एक लफ्ज़ उनको सुनाने के लिएएक लफ्ज़ उनको सुनाने के लिएकितने अल्फ़ाज़ लिखे हमने ज़माने के लिएउनका मिलना ही मुक़द्दर में न थावर्ना क्या कुछ नहीं किया उनको पाने के लिए
उनका हम से मिलना भी तो कुछ ऐसा थाउनका हम से मिलना भी तो कुछ ऐसा थाजैसे लहरें मिल के समुंद्र से गले और बिछड़ जाती हैं