यादों को भुलाने में कुछ देर तो लगती हैयादों को भुलाने में कुछ देर तो लगती हैआँखों को सुलाने में कुछ देर तो लगती हैकिसी शख्स को भुला देना इतना आसान नहीं होतादिल को समझाने में कुछ देर तो लगती है
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हमहँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हमहर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हमअब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भलाज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम
नया कुछ भी नहीं हमदमनया कुछ भी नहीं हमदम, वही आलम पुराना हैतुम्हीं को भुलाने की कोशिशें, तुम्हीं को याद आना है
हर रात रो-रो के उसे भुलाने लगेहर रात रो-रो के उसे भुलाने लगेआंसुओं में उस के प्यार को बहाने लगेये दिल भी कितना अजीब है किरोये हम तो वो और भी याद आने लगे
नया कुछ भी नहीं हमदमनया कुछ भी नहीं हमदम, वही आलम पुराना हैतुम्हीं को भुलाने की कोशिशें, तुम्हीं को याद आना है
हर रात रो-रो के उसे भुलाने लगेहर रात रो-रो के उसे भुलाने लगेआंसुओं में उस के प्यार को बहाने लगेये दिल भी कितना अजीब है किरोये हम तो वो और भी याद आने लगे