ख़ामोशियों के सिलसिले बढ़ते गएख़ामोशियों के सिलसिले बढ़ते गएकारवाँ चलता रहा हम भी चलते गएना उनको ख़बर, ना हमें उनकी फिकरज़िंदगी जिस राह ले चली हम भी चलते गए