हर भूल तेरी माफ़ की हर खता को तेरी भुला दियाहर भूल तेरी माफ़ की हर खता को तेरी भुला दियागम है कि, मेरे प्यार का तूने बेवफा बनके सिला दिया
फ़िज़ा में महकती शाम हो तुमफ़िज़ा में महकती शाम हो तुमप्यार में खहकता जाम हो तुमतुम्हें दिल में छुपाये फिरते हैंऐ दोस्त मेरी ज़िंदगी का दूसरा नाम हो तुम
क्या तारीफ़ करूँ आपकी बात कीक्या तारीफ़ करूँ आपकी बात कीहर लफ्ज़ में जैसे खुशबू हो ग़ुलाब कीरब ने दिया है इतना प्यारा सनमहर दिन तमन्ना रहती है मुलाक़ात की
खुशबू तेरी प्यार की मुझे महका जाती हैखुशबू तेरी प्यार की मुझे महका जाती हैतेरी हर बात मुझे बहका जाती हैसाँसे तो बहुत वक्त लेती है आने ओर जाने मैहर साँस से पहले तेरी याद इस दिल को धडका जाती है
बहुत ही तल्ख़ तजुर्बे का नाम है 'चाहत'बहुत ही तल्ख़ तजुर्बे का नाम है 'चाहत'जो तुमको अच्छा लगे, बस उससे प्यार मत करना
कभी कोई अपना अनजान हो जाता हैकभी कोई अपना अनजान हो जाता हैकभी अनजान से प्यार हो जाता हैये जरुरी नही कि जो ख़ुशी दे उसी से प्यार होदिल तोड़ने वालो से भी प्यार हो जाता है