जब छोटे थे हम तो जोर से रोते थे जो पसंद होता था उसे पाने केजब छोटे थे हम तो जोर से रोते थजो पसंद होता था उसे पाने के लिए ..आज बड़े है तो चुपके से रोते हैजो पसंद हैं उसे भुलाने के लि
पलकों से पानी गिरा है तो उसे गिरने दोपलकों से पानी गिरा है तो उसे गिरने दोसीने में कोई पुरानी तमन्ना पिघल रही होगी