किसी की चाहत में इतने पागल न होकिसी की चाहत में इतने पागल न होहो सकता है वो आपकी मंज़िल न होउसकी मुस्कुराहट को मोहब्बत न समझनाहो सकता है मुस्कुराना उसकी आदत ही हो
आशिक पागल हो जाते हैं प्यार मेंआशिक पागल हो जाते हैं प्यार मेंबाकी कसर पूरी हो जाती है इंतज़ार मेंमगर ये दिलरुबा नहीं समझतीवो तो गोल गप्पे और पपड़ी खाती फिरती है बाज़ार में
आशिक पागल हो जाते हैं प्यार मेंआशिक पागल हो जाते हैं प्यार में;बाकी कसर पूरी हो जाती है इंतज़ार में;मगर ये दिलरुबा नहीं समझती;वो तो पानी-पूरी खाती फिरती है बाजार में
मुस्कुरा कर लडको को पागल बनाना तो हसीनो की इक अदा हैमुस्कुरा कर लडको को पागल बनाना तो हसीनो की इक अदा हैअर्ज़ किया है; मुस्कुरा कर लडको को पागल बनाना तो हसीनो की इक अदा हैऔर जो कमबख्त उसे मोहब्बत समझे वो सबसे बड़ा गधा है!
डरता हूँ कहीं मैं पागल न बन जाऊँडरता हूँ कहीं मैं पागल न बन जाऊँतीखी नज़र और सुनहरे रूप का कायल ना बन जाऊँअब बस भी कर ज़ालिम कुछ तो रहम खा मुझ परचली जा मेरी नज़रों से दूर कहीं मैं शायर ना बन जाऊं
मोहब्बत की तलाश में निकले हो तुम अरे ओ पागलमोहब्बत की तलाश में निकले हो तुम अरे ओ पागलमोहब्बत खुद तलाश करती है जिसे बर्बाद करना हो