मत ढूंढ़ा कर मेरी आँखों में इश्क का हिसाबमत ढूंढ़ा कर मेरी आँखों में इश्क का हिसाबतुम्हें चाहने का मैंने कभी हिसाब नहीं किया
ये आईने क्या दे सकेंगे तुम्हे तुम्हारी शख्सियत की खबरये आईने क्या दे सकेंगे तुम्हे तुम्हारी शख्सियत की खबरकभी हमारी आँखो से आकर पूछो, कितने लाजवाब हो तुम
इन होठों को परदे में छुपा लिया कीजियेइन होठों को परदे में छुपा लिया कीजियेहम गुस्ताख़ लोग हैं, आँखों से चूम लिया करते हैं
अब तो मुझे अपनी आँखों से भी जलन होती है "ऐ ज़ालिम"अब तो मुझे अपनी आँखों से भी जलन होती है "ऐ ज़ालिम"खुली हो तो तलाश तेरी और बन्द हो तो ख्वाब तेरे
इतना बेताब न हो मुझसे बिछड़ने के लिएइतना बेताब न हो मुझसे बिछड़ने के लिएतुझे आँखों से नहीं मेरे दिल से जुदा होना है