मेरी रातों की राहतमेरी रातों की राहत, दिन के इत्मिनान ले जानातुम्हारे काम आ जायेगा, यह सामान ले जानातुम्हारे बाद क्या रखना अना से वास्ता कोईतुम अपने साथ मेरा उम्र भर का मान ले जानाशिकस्ता के कुछ रेज़े पड़े हैं फर्श पर, चुन लोअगर तुम जोड़ सको तो यह गुलदान ले जाना;तुम्हें ऐसे तो खाली हाथ रुखसत कर नहीं सकतेपुरानी दोस्ती है, की कुछ पहचान ले जानाइरादा कर लिया है तुमने गर सचमुच बिछड़ने कातो फिर अपने यह सारे वादा-ओ-पैमान ले जानाअगर थोड़ी बहुत है, शायरी से उनको दिलचस्पीतो उनके सामने मेरा यह दीवान ले जाना
हमें कोई ग़म नहीं था ग़म-ए-आशिक़ी से पहलेहमें कोई ग़म नहीं था ग़म-ए-आशिक़ी से पहलेन थी दुश्मनी किसी से तेरी दोस्ती से पहलेहै ये मेरी बदनसीबी तेरा क्या कुसूर इसमेंतेरे ग़म ने मार डाला मुझे ज़िन्दग़ी से पहले