सो जा ऐ दिल कि आज धुन्ध बहुत है तेरे शहर मेंसो जा ऐ दिल कि आज धुन्ध बहुत है तेरे शहर मेंअपने दिखते नहीं और जो दिखते है वो अपने नहीं।