वफाओं की बातें की हमने जफ़ाओं के सामनेवफाओं की बातें की हमने जफ़ाओं के सामने;.ले चले हम चिराग़ हवाओं के सामने;.उठे हैं जब भी हाथ बदली हैं क़िस्मतें.मजबूर है खुदा भी दुआओं के सामने।
उसकी बातें बार बार याद करके रोईउसकी बातें बार बार याद करके रोईउसके लिए रब से फ़रियाद करके रोईउसकी ख़ुशी के लिए छोड़ दिया उसेफिर उसी की कमी का एहसास करके रोई