जो तीर भी आता वो खाली नहीं जाताजो तीर भी आता वो खाली नहीं जातामायूस मेरे दिल से सवाली नहीं जाताकाँटे ही किया करते हैं फूलों की हिफाज़तफूलों को बचाने कोई माली नहीं जाता
कोई मेरे दिल से पूछे तेरे तीर-ए-नीम-कश कोकोई मेरे दिल से पूछे तेरे तीर-ए-नीम-कश कोये ख़लिश कहाँ से होती जो जिगर के पार होता
उस फलक के तीर का क्या निशाना थाउस फलक के तीर का क्या निशाना थाजहाँ थी मेरी मंजिल वहीँ तेरा आशियाना थाबस पहुंच ही रही थी कश्ती साहिल पेइस तूफ़ान को भी अभी आना था