ताजमहल को देख कर बोला शाहजहाँ का पोताताजमहल को देख कर बोला शाहजहाँ का पोताताजमहल को देख कर बोला शाहजहाँ का पोताआज अपना भी मोटा बैंक बैलेंस होताअगर हमारा दादा आशिक ना होता
हम भी जान-ए-मन तेरे लिए ताजमहल बनायेंगेहम भी जान-ए-मन तेरे लिए ताजमहल बनायेंगेअर्ज़ किया हैहम भी जान-ए-मन तेरे लिए ताजमहल बनायेंगेएक कप सुबह पिलायेंगे और एक कप शाम को पिलायेंगे