तस्वीर का रुखतस्वीर का रुतस्वीर का रुख एक नहीं दूसरा भी हैखैरात जो देता है वही लूटता भी हैईमान को अब लेके किधर जाइयेगा आपबेकार है ये चीज कोई पूछता भी हैबाज़ार चले आये वफ़ा भी, ख़ुलूस भीअब घर में बचा क्या है कोई सोचता भी हैवैसे तो ज़माने के बहुत तीर खाये हैंपर इनमें कोई तीर है जो फूल सा भी हैइस दिल ने भी फ़ितरत किसी बच्चे सी पाई हैपहले जिसे खो दे उसे फिर ढूँढता भी है
कुछ पल में ज़िंदगी की तस्वीर बन जाती हैकुछ पल में ज़िंदगी की तस्वीर बन जाती हैकुछ पल में ज़िंदगी की तक़दीर बदल जाती हैकिसी को पा कर कभी खोना मत मेरे दोस्तक्योंकि एक जुदाई से पूरी ज़िंदगी बिखर जाती है
कुछ ही पलों में ज़िन्दगी की तस्वीर बदल जाती हैकुछ ही पलों में ज़िन्दगी की तस्वीर बदल जाती हैकुछ ही पलों में ज़िन्दगी की तक़दीर बदल जाती हैकभी किसी को अपना बना कर दूर मत जानाक्योंकि एक ही जुदाई से किसी की पूरी ज़िन्दगी बिखर जाती है
कुछ ही पलों में ज़िन्दगी की तस्वीर बदल जाती हैकुछ ही पलों में ज़िन्दगी की तस्वीर बदल जाती हैकुछ ही पलों में ज़िन्दगी की तक़दीर बदल जाती हैकभी किसी को अपना बना कर दूर मत जानाक्योंकि एक ही जुदाई से किसी की पूरी ज़िन्दगी बिखर जाती है
गलत तस्वीर दिखाईगलत तस्वीर दिखाई, उसको ही बस खुश रख पायाजिसके सामने आईना रक्खा, हर शख्स वो मुझसे रूठ गया
भेज दी तस्वीर अपनी उन को ये लिख कर 'शकील'भेज दी तस्वीर अपनी उन को ये लिख कर 'शकील'आप की मर्ज़ी है चाहे जिस नज़र से देखिए