जख्म जब मेरे सीने के भर जायेंगेंजख्म जब मेरे सीने के भर जायेंगेंआसूं भी मोती बन कर बिखर जायेंगेंये मत पूछना किस-किस ने धोखा दियावर्ना कुछ अपनों के चेहरे उतर जायेंगें
अब भी ताज़ा हैं जख्म सीने मेंअब भी ताज़ा हैं जख्म सीने में;बिन तेरे क्या रखा हैं जीने मेंहम तो जिंदा हैं तेरा साथ पाने कोवर्ना देर कितनी लगती हैं जहर पीने में
मुझे यकीन है मोहब्बत उसी को कहते हैंमुझे यकीन है मोहब्बत उसी को कहते हैंकि जख्म ताज़ा रहे और निशान चला जाये
मुझे यकीन है मोहब्बत उसी को कहते हैंमुझे यकीन है मोहब्बत उसी को कहते हैंकि जख्म ताज़ा रहे और निशान चला जाये
जख्म तो हम भी अपने दिल में तुमसे गहरे रखते हैंजख्म तो हम भी अपने दिल में तुमसे गहरे रखते हैंमगर हम जख्मों पे मुस्कुराहटों के पहरे रखते हैं
अपना होगा तो सता के मरहम देगाअपना होगा तो सता के मरहम देगाजालिम होगा अपना बना के जख्म देगासमय से पहले पकती नहीं फसलअरे बहुत बरबादियां अभी मौसम देगा