होंठो पे कभी उनके मेरा नाम ही आयेहोंठो पे कभी उनके मेरा नाम ही आयेआये तो सही बर-सर-ए-इलज़ाम ही आयेहैरान हैं लब-बस्ता हैं दिल-गीर हैं गुंचेखुशबू की जुबानी तेरा पैगाम ही आये
हुए जिस पे मेहरबां तुमहुए जिस पे मेहरबां तुम, कोई खुशनसीब होगामेरी हसरतें तो निकली, मेरे आंसुओं में ढल के
तेरे सीने से लगकर तेरी आरज़ू बन जाऊंतेरे सीने से लगकर तेरी आरज़ू बन जाऊंतेरी साँसों से मिलकर तेरी खुशबू बन जाऊंफांसले न रहे कोई हम दोनों के दरमियानमैं, मैं न रहूँ बस तू ही तू बन जाऊं
तेरे सीने से लगकर तेरी आरज़ू बन जाऊंतेरे सीने से लगकर तेरी आरज़ू बन जाऊंतेरी साँसों से मिलकर तेरी खुशबु बन जाऊंफांसले ना रहें हम दोनों के दरमियान कोईमैं, मैं ना रहूँ बस तू ही तू बन जाऊं