तुझे चिठ्ठीयां नहीं करवटो की नकल भेजेंगेतुझे चिठ्ठीयां नहीं करवटो की नकल भेजेंगेअब चादर के नीचे कार्बन लगाने लगे हैँ हमएक ख्वाहिश है मेरी, पूरी हो इबादत के बगैरवो आकर लिपटे मुझसे, मेरी इजाजत के बगैर
ना हथियार से मिलती हैना हथियार से मिलती हैना अधिकार से मिलती है,दिलो में जगह साहे अपने व्यवहार से मिलती है
अपने अन्दर से अहंकार को निकाल कर स्वयं को हल्का करे अपने अन्दर से अहंकार को निकाल कर स्वयं को हल्का करे क्योकि ऊँचा वाही उठता हैं जो हल्का होता हैं।
कोई कार्य तुच्छ नहीं होता। यदि मनपसन्द कार्य मिल जाएकोई कार्य तुच्छ नहीं होता।यदि मनपसन्द कार्य मिल जाए,तो मूर्ख भी उसे पूरा कर सकता हैं,किंतु बुद्धिमान इंसान वही हैं,जो प्रत्येक कार्य को अपने लिए रुचिकर बना ले