तेरे हसीन तस्सवुर का आसरा लेकरतेरे हसीन तस्सवुर का आसरा लेकरदुखों के काँटे में सारे समेट लेता हूँतुम्हारा नाम ही काफी है राहत-ए-जान कोजिससे ग़मों की तेज़ हवाओं को मोड़ देता हूँ
तेरे हसीन तस्सवुर का आसरा लेकरतेरे हसीन तस्सवुर का आसरा लेकरदुखों के काँटे में सारे समेट लेता हूँतुम्हारा नाम ही काफी है राहत-ए-जान कोजिससे ग़मों की तेज़ हवाओं को मोड़ देता हूँ
साथ अगर दोगे तो मुस्कुराएंगे ज़रूरसाथ अगर दोगे तो मुस्कुराएंगे ज़रूरप्यार अगर दिल से करोगे तो निभाएंगे ज़रूरकितने भी काँटे क्यों ना हों राहों मेंआवाज़ अगर दिल से दोगे तो आएंगे ज़रूर