ज़िंदगी पर किताबज़िंदगी पर किताब..ज़िंदगी पर किताब लिखूंगाउसमें सारे हिसाब लिखूंगाप्यार को वक़्त गुज़ारी लिख करचाहतों को अज़ाब लिखूंगाहुई बर्बाद मोहब्बत कैसेकैसे बिखरे हैं ख़्वाब लिखूंगाअपनी ख़्वाहिश का तज़करा कर केनाम तेरा जवाब लिखूंगातेरी आँखें शराब की मनींदतेरा चेहरा गुलाब लिखूंगामैं तुझ से जुदाई का सबबअपनी किस्मत खराब लिखूंगा
याद आयेगी हमारी तो बीते कल की किताब पलट लेनायाद आयेगी हमारी तो बीते कल की किताब पलट लेनायूँ ही किसी पन्ने पर मुस्कुराते हुए हम मिल जायेंगे
जिंदगी की किताब के कुछ पन्ने होते है!जिंदगी की किताब के कुछ पन्ने होते हैकुछ अपने और कुछ बेगाने होते हैंप्यार से संवर जाती है जिंदगीबस प्यार से रिश्ते निभाने होते है !
लम्हों की खुली किताब हैं ज़िन्दगीलम्हों की खुली किताब हैं ज़िन्दगीख्यालों और सांसों का हिसाब हैं ज़िन्दगीकुछ ज़रूरतें पूरी, कुछ ख्वाहिशें अधूरीइन्ही सवालों के जवाब हैं ज़िन्दगी