हम ख़ास तो नहीं मगर बारिश की उन कतरों की तरह अनमोल हैंहम ख़ास तो नहीं मगर बारिश की उन कतरों की तरह अनमोल हैंजो मिट्टी में समां जायें तो फिर कभी नहीं मिला करते
कितने अनमोल होते हैं ये यादों के रिश्ते भीकितने अनमोल होते हैं ये यादों के रिश्ते भीकोई याद ना भी करे चाहत फिर भी रहती है