चलते हुए हमारे खवाबो में दस्तक दे जाती है !चलते हुए हमारे खवाबो में दस्तक दे जाती है प्यारी सी कुछ हसीन पल दे जाती है उन पालो को समेट लेते हैं हम ताकि सपना टूटने के बाद भी दूर न जा सके !
चाहे जिधर से गुज़रियेचाहे जिधर से गुज़रियमीठी सी हलचल मचा दिजियेउम्र का हरेक दौर मज़ेदार हअपनी उम्र का मज़ा लिजियेज़िंदा दिल रहिए जनाबये चेहरे पे उदासी कैसवक्त तो बीत ही रहा है*उम्र की एेसी की तैसी.. !
इश़क़ है ऐसी दवा ज़ख्मों को देती जो जन्मइश़क़ है ऐसी दवा ज़ख्मों को देती जो जन्वो भी कया र्दद ए मौहब्बत जिसमे न हासिल मात ह
र्दद ए तनहाई भी ऐमन खूब ही एक र्दद हैर्दद ए तनहाई भी ऐमन खूब ही एक र्दद हयह न हो तो कया अहम फिर खुशनुमा लमहात ह