अफ़सोस तो है तेरे बदल जाने का मगरअफ़सोस तो है तेरे बदल जाने का मगर,तेरी कुछ बातों ने मुझे जीना सिखा दिया
जिसको जो कहना है कहने दो अपना क्या जाता हैजिसको जो कहना है कहने दो अपना क्या जाता हैये वक्त-वक्त कि बात है साहब, सबका वक्त आता है.
यकीन मानिये वो फिर से आयेंगे जो मुझें छोड़ गये हैयकीन मानिये वो फिर से आयेंगे जो मुझें छोड़ गये हैबस उनके मतलब के दिन आने दीजिये
मुझे नींद की इजाज़त भी उनकी यादों से लेनी पड़ती हैमुझे नींद की इजाज़त भी उनकी यादों से लेनी पड़ती हैजो खुद आराम से सोये हैं मुझे करबटों में छोड़ कर
किसी को नींद आती है मगर ख्वाब से नफरत हैकिसी को नींद आती है मगर ख्वाब से नफरत हैकिसी को ख्वाब प्यारे है मगर वो सो नहीं सकता !