जब होता है तुम्हारा दीदारजब होता है तुम्हारा दीदार, दिल धड़कता है बार-बारआदत से मजबूर हो तुम, ना जाने कब माँग लो उधार
मौसम बड़ा बेहाल हैमौसम बड़ा बेहाल हैसुर है, न ताल हैमैसेज बॉक्स भी कंगाल हैक्या आपकी मैसेज फैक्ट्री में भी हड़ताल है
उसने हाथों पर मेहंदी लगा रखी थीउसने हाथों पर मेहंदी लगा रखी थीहमने भी अपनी बारात सजा रखी थीक्यूंकि हमें मालूम था वो बेवफा निकलेगीइसलिए हमने भी उसकी सहेली पटा रखी थी
वो भी क्या दिन थेवो भी क्या दिन थे, जब हम हसीनों से गले मिला करते थेयह उन दिनों कि बात है, जब हम दो साल के हुआ करते थे
तुम्हारा हर मैसेज मेरे रोम रोम में गुदगुदी पैदा करता हैतुम्हारा हर मैसेज मेरे रोम रोम में गुदगुदी पैदा करता हैजब भी मैं पढता हूं, मेरा दिल जोर से धड़कता हैलेकिन क्या करें, कसूर तुम्हारा नहीं हैयह मोबाइल ही 'वाईबरेशन मोड' पर चलता है
तेरे इश्क ने सरकारी दफ्तर बना दिया दिल कोतेरे इश्क ने सरकारी दफ्तर बना दिया दिल कोना कोई काम करता है, ना कोई बात सुनता है