सरहदें तोड़ के आ ज़ाती है किसी पंछी की तरहसरहदें तोड़ के आ ज़ाती है किसी पंछी की तरहयह तेरी याद है जो बंटती नहीं मुल्कों की तरह
तेरे ख़त में इश्क़ की गवाही आज भी हैतेरे ख़त में इश्क़ की गवाही आज भी हैहर्फ़ धुंधले हो गए हैं मगर स्याही आज भी है
कहीं यादों का मुकाबला हो तो बतानाकहीं यादों का मुकाबला हो तो बताना, जनाबहमारे पास भी किसी की यादें बेहिसाब होती जा रही हैं
इस छोटे से दिल में किस किस को जगह दूँ मैंइस छोटे से दिल में किस किस को जगह दूँ मैंगम रहें, दम रहे, फरियाद रहे या तेरी याद
कितनी खूबसूरत हो जाती है उस वक्त दुनियाकितनी खूबसूरत हो जाती है उस वक्त दुनियाजब कोई कहता है कि तुम याद आ रहे हो