आत्मा तो हमेशा से जानती है कि सही क्या हैआत्मा तो हमेशा से जानती है कि सही क्या हैचुनौती तो मन को समझाने की होती है
ना फिसलो इस उम्मीद में कि कोई तुम्हें उठा लेगाना फिसलो इस उम्मीद में कि कोई तुम्हें उठा लेगासोच कर मत डूबो दरिया में कि तुम्हें कोई बचा लेगाये दुनिया तो एक अड्डा है तमाशबीनों काअगर देखा तुम्हें मुसीबत में तो हर कोई यहाँ मज़ा लेगा
बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैंबहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैंतुझे ऐ ज़िंदगी हम दूर से पहचान लेते हैं
माँगी थी एक बार दुआ हम ने मौत कीमाँगी थी एक बार दुआ हम ने मौत कीशर्मिंदा आज तक हैं मियाँ ज़िंदगी से हम
हालात -ए-ज़िन्दगी सिखा देती है समझदारीहालात -ए-ज़िन्दगी सिखा देती है समझदारीवरना बचपन किसे पसंद नहीं है